राम मंदिर जन्म भूमि पूजन पर बहुजन समाज से आने वाले महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनंदन गिरी को भूमि पूजन समारोह में नहीं बुलाए जाने को लेकर बीएसपी मुखिया मायवती जी सवाल खड़े किए वहीं उन्होंने इन सब से दूर रहने की नसीहत भी बहुजन समाज को दी।
बता दें कि रामनगरी अयोध्या में पांच अगस्त को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम में भी कोरोना वायरस के संक्रमण काल में सरकार द्वारा अयोध्या में भव्य आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में इस कार्यक्रम में सिर्फ दो सौ लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। इसमें प्रयागराज के महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनंदन गिरि को आमंत्रित न करने से बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बहुजन समाज को नसीहत दी। बसपा सुप्रीमो मायावती जी ने ट्वीट करके कहा कि वैसे जातिवादी उपेक्षा, तिरस्कार व अन्याय से पीड़ित दलित समाज को इन चक्करों में पड़ने के बजाए अपने उद्धार हेतु श्रम/कर्म में ही ज्यादा ध्यान देना चाहिए व इस मामले में भी अपने मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए रास्ते पर चलना चाहिए, यही बीएसपी की इनको सलाह है। दलित महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनन्दन गिरि की शिकायत के मद्देनजर यदि अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले भूमिपूजन समारोह में अन्य 200 साधु-सन्तों के साथ इनको भी बुला लिया गया होता तो यह बेहतर होता। इससे देश में जातिविहीन समाज बनाने की संवैधानिक मंशा पर कुछ असर पड़ सकता था।
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