उत्तर प्रदेश में मिशन 2022 विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने जिलों में अपने कैडर और सेक्टर प्रभारियों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने बड़ा सांगठनिक फेरबदल किया। लगभग सभी वरिष्ठ पार्टी नेताओं को कुछ जिम्मेदारियां देते हुए सेक्टर और मंडल प्रभारियों की नियुक्ति में बड़ा फेरबदल किया है। इसे 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। इन सेक्टर प्रभारियों के निदेर्शन में मंडलों को दो हिस्से में बांटकर अलग से सेक्टर प्रभारी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा जिले स्तर पर भी सेक्टर प्रभारी बनाए गए हैं।
पार्टी सूत्रों ने सोमवार को कहा कि कई-कई मंडलों पर सेक्टर प्रभारियों की व्यवस्था समाप्त कर मंडल स्तर पर मुख्य सेक्टर प्रभारियों की तैनाती की है। इन सेक्टर प्रभारियों के निदेर्शन में मंडलों को दो हिस्से में बांटकर अलग से सेक्टर प्रभारी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा जिले स्तर पर भी सेक्टर प्रभारी बनाए गए हैं। जबकि कुछ मंडलों में, मुख्य सेक्टर-प्रभारी नियुक्त किए गए। ये मुख्य सेक्टर प्रभारी इन क्षेत्रों में बाद में सेक्टर प्रभारी नियुक्त करेंगे। साथ ही जिला स्तरीय सेक्टर प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे।
बसपा विधानमंडल दल के नेता लाल जी वर्मा को लखनऊ मंडल व बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर को प्रयागराज मंडल के मुख्य सेक्टर प्रभारी की जिम्मेदारी मिली है। इनके साथ कई अन्य नेताओं को भी शामिल किया गया है। राजधानी लखनऊ में चार मुख्य सेक्टर प्रभारी, दो टीम लखनऊ मंडल के लिए बसपा विधानमंडल के नेता लालजी वर्मा, एमएलसी भीमराव अंबेडकर, शमशुद्दीन राइन व राजकुमार गौतम को मुख्य सेक्टर प्रभारी बनाया गया है। ये सभी मुख्य सेक्टर प्रभारी मंडल के सभी जिलों की सांगठनिक गतिविधियों की प्रगति के लिए जिम्मेदार होंगे। इनकी सहायता के लिए लखनऊ मंडल में तीन-तीन जिलों पर अलग-अलग दो टीम होगी।
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